हर क्षण कहा सुखी जिंदगी हर क्षण प्यारी नहीं जिंदगी हर क्षण कहा विश्वास जिंदगी हर क्षण काश हंसती जिंदगी हर क्षण नहीं रुलाती जिंदगी हर क्षण नहीं स्वास्थ्य जिंदगी चूँकि सुख दुःख और परिवर्तन ही है जिंदगी
बात वही होती है करोडों बार कही जा चुकी होती है लेकिन हर बार कहने का अंदाज नया होता है ... लोकस्मृति में याद वही रह पाता है जो सबसे अलग और सुन्दर हो ... ये सब इसलिए लिख रहा हूँ क्योंकि एक खूबी आपमें दिख रही है. . संक्षिप्तता कविता, संक्षिप्तता और सम्प्रेष्ण में संतुलन कायम रखते हुए संकेत में सौन्दर्य का सृजन है-shyam juneja
संजीव कुमार बब्बर कुलपति कार्यालय इंदिरा गाँधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय मैदान गढ़ी नई दिल्ली - 110068 दूरभाष: 9810618074 email: skbabbar@hotmail.com
बात वही होती है करोडों बार कही जा चुकी होती है लेकिन हर बार कहने का अंदाज नया होता है ... लोकस्मृति में याद वही रह पाता है जो सबसे अलग और सुन्दर हो ... ये सब इसलिए लिख रहा हूँ क्योंकि एक खूबी आपमें दिख रही है. . संक्षिप्तता
ReplyDeleteकविता, संक्षिप्तता और सम्प्रेष्ण में संतुलन कायम रखते हुए संकेत में सौन्दर्य का सृजन है-shyam juneja
bahut sundar aur sachhi rachana
ReplyDeletevery true
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